चिकित्सा विभाग द्वारा फार्मासिस्ट भर्ती
Rajasthan Health Department Vacancy 2022
Rajasthan Health Department Vacancy 2022 – Many hospitals in rural areas of the state are closed due to shortage of doctors and medical staff. Reason- They are posted on deputation in cities instead of doing jobs in villages. On Friday itself, Medical Minister Parsadi Lal Meena said in the assembly- ‘Thousands of doctors are settled in the cities, I should not remain a minister, I will stay after finishing the deputation’. The posts of doctors are vacant… while in cities additional doctors are posted on deputation. About 934 doctors are posted in medical colleges without any posts. These were planted in remote villages and towns and small districts, but living there they were exasperated and on the basis of recommendation, they were settled arbitrarily in the cities. 150 doctors have already taken stay before the minister’s statement to end deputation in any case. Of these, 50 from Jaipur Tribunal, 100 doctors arrived in Jodhpur High Court. At the same time, more than 100 doctors are now preparing to take stay.
प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कई अस्पताल डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारियों की कमी के कारण बंद पड़े हैं। वजह- ये गांवों में नौकरी करने के बजाय शहराें में डेपुटेशन पर तैनात हैं। शुक्रवार काे ही चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने विधानसभा में कहा- ‘हजारों डॉक्टर शहरों में जमे हैं, मैं मंत्री रहूं न रहूं, डेपुटेशन खत्म करके रहूंगा।’ इसके बाद भास्कर ने पूरे प्रदेश की पड़ताल की तो सामने अाया कि 33 जिलों में 3608 डॉक्टरों के पद खाली हैं… जबकि शहरों में पद के अतिरिक्त डॉक्टर डेपुटेशन पर तैनात हैं। करीब 934 डॉक्टर तो बिना पद के ही मेडिकल कॉलेजों तक में तैनात हैं। ये दूर-दराज गांव-कस्बों और छोटे जिलों में लगाए गए थे, लेकिन वहां रहना इन्हें नागवार गुजरा और सिफारिश के बल पर शहरों में मनमर्जी से जमे हैं। मंत्री के हर हाल में डेपुटेशन खत्म करने का बयान से पहले ही 150 डॉक्टर स्टे ले चुके हैं। इनमें जयपुर ट्रिब्यूनल से 50, जोधपुर हाईकोर्ट में 100 डॉक्टर पहुंचे। वहीं, 100 से अधिक डॉक्टर अब स्टे लेने की तैयारी में हैं।
ट्रांसफर पॉलिसी बनेे, कैडर निर्धारित किए जाएं : संघ
मंत्री कर तो सही रहे हैं, लेकिन ट्रांसफर की पॉलिशी ही क्यों नहीं बननी चाहिए? कैडर निर्धारित किया जाए। 2011 के हमारे समझौते में तत्कालीन कांग्रेस सरकार की मंत्रीमंडलीय समिति ने यह बात कही भी थी। शिक्षा की तरह स्वास्थ्य दर्पण बना दीजिए। जो जिस पद के लिए काबिल है, उस पर लगाया जाए। अभी 5400 ग्रेड पे (पहली छह साल वाले को) 6600 ग्रेड पे एडिशनल डायरेक्टर (26 साल वाले पर) बना दिया। -डॉ. अजय चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ
डॉक्टरों से पांच साल का बॉन्ड भरा जाए: कालीचरण
मैंने ही चिकित्सा मंत्री के डेपुटेशन खत्म करके गांव-कस्बों के पद भरने की बात का स्वागत किया था। मंत्री के पास इतने पॉलिटिकल प्रेशर आते हैं कि क्या कहें। लेकिन मैं कहूंगा ये लागू हो, कम से कम जो नया डॉक्टर बनता है, उसका बॉन्ड भराना चाहिए कि 5 साल गांव में ही पोस्टिंग मिले, अन्यथा पंजीकरण रद्द हो। -कालीचरण सराफ, पूर्व चिकित्सा मंत्री व भाजपा विधायक
स्थिति एनएनएम जीएनएम स्वीकृत 22491 19239 कार्यरत 18755 16589 रिक्त 3736 2650 सरप्लस 361 292
8 जिलांे में 170-170 से अधिक पद खाली
भैंसावा में खुला 3 कमरों का अस्पताल
केस 1
दौसा जिल के श्यामपुरा कला की पीएचसी पर 11 पोस्ट हैं। इनमें से डॉक्टर के अलावा नर्स ग्रेड (प्रथम) और सैकंड की पोस्ट खाली है। एनएनएम, एलएचवी, फार्मासिस्ट, सफाई कर्मचारी भी नहीं हैं।
प्रतापगढ़ जिले में निजी अस्पताल नहीं है। अरनोद पीएचसी में 5 डॉक्टरों की बजाए 2 और 16 पैरामेडिकल स्टाफ की जगह 11 लगे हैं। पृथ्वीपुरा सीएचसी में 6 की जगह 2 डॉक्टर हैं। वहीं 16 पैरामेडिकल स्टाफ में से 8 पद खाली हैं।
भैंसावा (झोटवाड़ा) में मनोज कुमार डाबरिया ने पत्नी चौथी देवी के नाम पर 2 बीघा जमीन में पीएचसी का निर्माण कराया। 10 बेड और 3 कमरे 8 साल से खाली पड़े हैं। सरपंच, पंचायत के अलावा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी स्टाफ लगाने के लिए लिख चुके हैं, लेकिन ताले लटके हैं। भैंसावा में 10 हजार आबादी है, पर मेडिकल की कोई सुविधा नहीं। मनोज का अस्पताल देखने का सपना पूरा होता, इससे पहले उनका निधन हो गया
नौकरी जयपुर में, पर सैलरी उठा रहे भीलवाड़ा-करौली से
1डॉ. कविता मीना (एमओ) की सैलरी 2 साल से झालावाड से उठ रही हैं, जबकि वह जयपुर में रामगढ़ मोड स्थित सत्यातन आश्रम डिस्पेंसरी में लगी हैं। वे ट्रांसफर होकर यहां आईं थी, लेकिन जिनकी जगह आईं, उन्होंने स्टे ले लिया। अब बिना पोस्ट यहां हैं।
2 डॉ. नीतू सैनी (एमओ, गायनी) जनाना अस्पताल में बिना पोस्ट कार्यरत हैं। इनकी सैलरी निदेशालय से उठ रही है।
3 डॉ. लोकेश अग्रवाल की सैलरी तो पीएमओ टोंक से आती है, लेकिन वे काम जेएस पीडियाट्रिक के तौर पर जेकेलोन जयपुर में कर रहे हैं।
4 डॉ. सुनील शर्मा (एमओ) 8 माह से कालवाड़ में लगे हैं, उनकी सैलरी जहाजपुर, भीलवाड़ा से उठ रही है।
यहां बिना पद डेपुटेशन पर
जिला डेपुटेशन
जयपुर-I 237
अजमेर 89
जोधपुर 76
जयपुर II 52
अलवर 54
झुंझुनूं 60
सीकर 54
धौलपुर 2
हनुमानगढ़ 4
जैसलमेर 3
जालोर 4
करौली 3
पाली 4
बाड़मेर 5
भीलवाड़ा 5
बाड़मेर 203
भीलवाड़ा 199
चित्तौड़गढ़ 195
जोधपुर 192
पाली 181
उदयपुर 178
नागौर 177
बांसवाड़ा 176
प्रतापगढ़ 133
चूरू 127
श्रीगंगानगर 127
धौलपुर 122
डूंगरपुर 121
राजसमंद 120
जालोर 118
बारां 102
झालावाड़ 102
अलवर 94
अजमेर 92
भरतपुर 90
करौली 80
सिरोही 76
जैसलमेर 76
बीकानेर 74
बूंदी 66
कोटा 59
स. माधोपुर 59
हनुमानगढ़ 54
टोंक 52
दौसा 48
जयपुर 36
झुंझुनूं 32
सीकर 27
Rajasthan Health Department Vacancy 2022 : There is a shortage of 2 thousand doctors from PHC to district hospital, while 50 doctors have been appointed on the post of Food Safety Officer. Now MBBS degree holders will take samples of milk, oil, ghee, mawa, paneer, spices and other food items. Under the Food Safety Act, MBBS qualified doctors can work as FSOs. Notification will be issued after training. In view of the shortage of Food Safety Officer on the instructions of the Chief Minister and the Medical Minister, the decision has been taken to stop the adulteration. Food Safety Commissioner Sunil Sharma issued instructions for the appointment of doctors.
सरकार की अनदेखी और लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। एक ओर तो पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल तक 2 हजार डॉक्टरों की कमी है, वहीं 50 डॉक्टरों की नियुक्ति खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर कर दी गई है। अब एमबीबीएस डिग्रीधारी दूध, तेल, घी, मावा, पनीर, मसालों और अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल लेंगे। इन डॉक्टरों का काम नमूने लेने से लेकर जांच के लिए सैंपल लैब में भेजने के साथ ही रिपोर्ट के अाधार पर मिलावटखोरों को सजा दिलवाना है। होटल अौर दुकानों पर फूड सेफ्टी एक्ट की पालना करवाकर रिपोर्ट फूड सेफ्टी कमिश्नर को देनी होगी। फूड सेफ्टी एक्ट के तहत एमबीबीएस योग्यताधारी डॉक्टर एफएसओ का काम कर सकते हंै। प्रशिक्षण के बाद नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी की कमी को देखते हुए मिलावट रोकने के लिए निर्णय लिया गया है। डॉक्टरों की नियुक्ति के निर्देश फूड सेफ्टी कमिश्नर सुनील शर्मा ने जारी किए।
आरपीएससी; इंटरव्यू हो तो 98 खाद्य सुरक्षा अधिकारी मिलेंगे
प्रदेश में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के 98 में से 50 पद रिक्त हैं। बजट में भी सीएम ने एफएसओ के 200 और पदों की घोषणा की है। इन्हें नगरपालिका से लेकर नगर निगम तक एफएसओ को लगाने की योजना प्रस्तावित है। आरपीएससी ने एफएसओ के 98 पदों पर परीक्षा परिणाम जारी तो कर दिया लेकिन साक्षात्कार नहीं होने से भर्ती अटकी है। ऐसे में अगर जल्द इंटरव्यू हो जाएं तो जहां मिलावट करने वालों पर लगाम लगेगी वहीं डॉक्टरों को भी मूल काम से नहीं हटाना होगा।
जिम्मेदारी : हर जिले में खाद्य पदार्थों के सैंपलों की संख्या को बढ़ाना, मिलावट पर कार्रवाई, दुकानों के लाइसेंस देना।
Rajasthan Health Department Vacancy 2022 –There is good news for the youth seeking government jobs in the health department of Rajasthan. Rajasthan government is going to recruit 8890 posts in the medical department. This information has been given by Rajasthan’s Medical Minister Parsadi Lal Meena. He said that for the strengthening of the medical department and further strengthening the health infrastructure, 8890 various contractual posts would be recruited. He informed that 666 vacancies of Managerial category, 4693 of Nursing and Paramedical and 3531 vacancies of Community Health Officer will be recruited. The Health Minister said that a total of 666 contractual posts at the state, district and block level will be filled in the managerial category. He said that a total of 4693 contractual posts, including 4682 and 11 trainee enlistees of Nursing and Paramedical cadre, would be recruited. Know More details about Rajasthan Health Department Vacancy 2022 at below
New Update On 3rd March 2022 – नर्स ग्रेड-2 के 1250 पदों के लिए भेजी गई अभ्यर्थना, भर्ती लिखित परीक्षा से
Application has been sent to RPSC for recruitment to the posts of Nurse Grade-2 and Hospital Care Taker. There will be a written test for recruitment. After the release of the gazette notification of the amendment, now the candidature will be sent for recruitment to the posts of pharmacists. Mukul Sharma, Director (Non-Gazetted), Jaipur. Medical Department has sent applications to RPSC for recruitment of 1250 Nurse Grade-2 and 55 Hospital Care Taker posts. Recruitment will be through written examination. Here, after the release of the gazette notification, the way has been cleared for the recruitment of 1999 posts of pharmacists stuck for years. In the Rajasthan Medical and Health Subordinate Services Rules, once the state government has made provision for the upcoming pharmacist recruitment on the basis of marks and bonus marks under the amendment made in the rules. Permission has been received from the Finance Department for recruitment of 72 posts in Medical Department in 1927 and Medical Education. For this, preparations have been made to send the meaning to the Staff Selection Board.
Rajasthan Health Department Recruitment 2022
राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) द्वारा स्वास्थ्य विभाग में कई पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया है. चिकित्सा शिक्षा विभाग में 8890 पदों पर भर्तियां की जाएंगी, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि विभाग के स्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए इन पदों पर संविदा के तहत भर्तियां की जाएंगी.
वैकेंसी डिटेल (RPSC Bharti Vacancy Detail)
- स्वास्थ्य विभाग के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के 666
- नर्सिंग एवं पैरामेडिकल के 4693
- और कम्प्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के 3531 पदों पर भर्तियां होंगी.
क्या बोले मंत्री?
राज्य के चिकित्सा मंत्री मीणा ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरी लगन के साथ काम किया. इस दौरान उनके काम को बढ़ावा मिलना बहुत जरूरी है, इसी को देखते हुए राज्य में संविदा पर भर्तियां निकाली गई हैं.
Medical Minister Shri Parsadi Lal Meena informed that 666 posts of managerial cadre, 4693 posts of Nursing and Paramedical and 3531 posts of Community Health Officer (CHO) will be recruited across the state. He said that health workers in Corona, the epidemic of the century, including seasonal diseases, have saved the lives of hundreds of people by working with a sense of service. He said that further manpower will not be allowed in the department.
The Health Minister informed that a total of 666 contract posts at state, district and block level would be filled in the managerial cadre. He informed that a total of 4693 contract posts including 4682 and 11 trainee analysts of Nursing and Paramedical cadre will be recruited.
New Update On 10th Feb 2022 – नर्सिंग कॉलेजों की जिम्मेदारी अस्थाई-संविदा स्टाफ पर, अब 307 ट्यूटर पदों के लिए जारी की वैकेंसी
प्रदेश में नर्सिंग छात्रों की पढ़ाई की जिम्मेदारी अस्थाई और संविदा पर कार्यरत स्टाफ पर ही है। राज्य सरकार ने सभी जिलों में बीएससी नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा कर दी है। वहीं कई जिलों में पहले ही बीएससी नर्सिंग कॉलेज चल रहे हैं। जीएनएम और एएनएम ट्रेनिंग सेंटर्स पहले से ही प्रदेश के सभी जिलों में संचालित हैं लेकिन उनमें नर्सिंग ट्यूटर्स की कमी है यहां सिर्फ प्रतिनियुक्ति व प्रमोशन (डीपीसी) के आधार पर चिकित्सा शिक्षक लगाए हुए हैं।
प्रिंसिपल के लिए पीएचडी व एमएससी के साथ 15 साल का अनुभव और पांच साल का टीचिंग एक्सपीरियंस अनिवार्य है। वाइस प्रिंसिपल के लिए पीएचडी-एमएससी के साथ 12 साल का एक्सपीरियंस 5 साल का का टीचिंग अनुभव, प्रोफेसर के लिए पीएचडी-एमएससी के साथ 10 साल का एक्सपीरियंस और 7 साल का शैक्षिक अनुभव अनिवार्य है। ऐसे योग्यताधारी नहीं मिल पा रहे हैं।
दूसरी ओर, कॉलेजों में संविदा पर कार्यरत शिक्षकों को मात्र 14 हजार रुपए मिल रहे हैं। इसी योग्यता वाले स्टाफ को प्राइवेट कॉलेजों में 50 हजार रुपए तक मिल रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही नर्सिंग ट्यूटर के 307 पदों को भरने की मंजूरी वित्त विभाग ने दी है।
कम से कम 1000 ट्यूटर्स की भर्ती करवाए सरकार
पूरे राजस्थान में बीएससी नर्सिंग, जीएनएम और एएनएम टीसी में रिक्त चल रहे सभी पदों को जोड़कर सरकार 1000 पदों पर नर्सिंग ट्यूटर्स की भर्ती करवाए। इससे छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिल सकेगी। अगर सरकार ने जल्द ही इन पदों पर भर्ती निकालने का फैसला नहीं लिया तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। -भरत बेनीवाल अध्यक्ष, ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन यूनाइटेड
}संविदा पर कॉलेजों में कार्यरत नर्सिंग ट्यूटर को ₹प्रतिमाह मिलते हैं 14000 रु, समान योग्यता वाले स्टाफ को निजी कॉलेज में ₹50000 का वेतन
}शिक्षण और कार्य अनुभव वाले उम्मीदवार ही कर सकते हैं आवेदन
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१० वी पास जॉब्स | १२ वी पास जॉब्स |
ग्रॅज्युएट जॉब्स | पोस्ट ग्रॅज्युएट जॉब्स |
बँक जॉब्स | इंजिनिअरिंग जॉब्स |
दिव्यांग जॉब्स | ITI पास जॉब्स |
मेडिकल जॉब्स | रेल्वे जॉब्स |
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